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AAP से दिल्ली नगर निगम भी छिना, BJP के राजा इकबालसिंह मेयर बने

RNE New Delhi.

आखिर BJP ने दिल्ली MCD में वापसी कर ली और पार्टी के राजा इकबाल सिंह अब दिल्ली के नए मेयर बन गए। उन्होंने मेयर चुनाव में 133 वोट हासिल किए। कांग्रेस उम्मीदवार मनदीप को केवल आठ वोट मिले। आम आदमी पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया। इसके साथ ही दो साल बाद एमसीडी में फिर बीजेपी काबिज हो गई। अब दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार बन गई है।

राजा इकबाल सिंह ही मेयर क्यों!

दरअसल राजा इकबालसिंह मूल रूप से शिरोमणी अकाली दल के नेता थे और सितंबर 2020 में अकाली दल से बीजेपी में शामिल हुए। अकाली दल ने केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए से समर्थन वापस लिया था, जिसके बाद सिंह ने पार्टी के निर्देशों का पालन करने से इनकार कर दिया और बीजेपी में चले गए।

वे 2021 में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर रह चुके हैं। 2020 तक वे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सिविल लाइंस जोन के प्रमुख थे। अब तक वो एमसीडी में विपक्ष के नेता थे। सिंह दिल्ली के जीटीबी नगर और मुखर्जी नगर से पार्षद रह चुके हैं। राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज से बीएससी और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एलएलबी की पढ़ाई की है।

MCD में किसके पास, कितनी ताकत :

एमसीडी में 238 पार्षद हैं और 11 सीट दिल्ली विधानसभा और एक सीट लोकसभा के लिए पार्षदों के निर्वाचित होने के कारण खाली हुई हैं। भाजपा के पास कुल 250 में से अब 117 पार्षद हैं, जो 2022 में 104 थे। वहीं आप के पार्षदों की संख्या 134 से घटकर 113 हो गई है। कांग्रेस के पास सिर्फ आठ सीट हैं।